Rajkiya Sanskrit College, Kajipur, Patna-4 is one of the constituent Post- graduate Colleges of Kameshwar Singh Darbhanga Sanskrit University, Darbhanga. The establishment of the College was result of the erudite legacy of patliputra. Located in the heart of the city, the foundation-stone of the college was laid in the presence of the Hon'ble First President of India, Dr. Rajendra Prasad, the First Chief Minister of Bihar, Sri Krishna Singh and the Hon'ble First Governor of Bihar, Dr. Zakir Hussain.
Gifted with land-area, building and career-oriented teaching, the college is progressing in its all-round development. Lush-Green compound presents a serene atmosphere not seldom meant for profound studies and research work. Well-disciplined students, plunged in incantation of Ved- Mantras are the souls of the college, augmenting additional charm to the atmosphere. Deep delves of "Ano Bhadrah Cratawo Yantu Viswatah" embellish the teachers with a sense of fathomless dedication towards teaching the students.
राजकीय संस्कृत महाविद्यालय काजीपुर, पटना-४ कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय कामेश्वरनगर, दरभंगा की अंगीभूत स्नातकोतर इकाई है।
पाटलिपुत्र की पाण्डित्य परम्परा प्राचीन काल से ही प्रसिद्ध है । इसी की पुर्नस्थापना हेतु इस संस्था की स्थापना हुई । परम सौभाग्य की बात है कि इस महाविद्यालय का शिलान्यास माननीय भारत के प्रथम राष्ट्रपति श्री राजेन्द्र प्रसाद, बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्री कृष्ण सिंह, प्रथम राज्यपाल श्री जाकिर हुसैन की उपस्थिति में किया गया। यह महाविद्यालय बिहार की राजधानी पटना के हृदयस्थल में स्थित है।
सर्वसद्गुणसम्पन्नो ज्ञानरश्मिविभाकरः ।
महाविद्यालयोऽस्माकं राजतॉल्लोकसंस्तुतः ।।
विद्यार्जन एवं व्यक्तित्व निर्माण के लिए बिहार राज्य के इस सर्वप्रमुख परम्परा वाले राजकीय संस्कृत महाविद्यालय में प्रवेश पाने वाले आप सभी विद्यार्थियों के मंगलमय उज्जवल भविष्य की मैं परमपिता परमेश्वर से कामना करता हूँ ।